कविता...तेरे शहर में फिर आसरा ढूंढने निकला हूँ!
Bahut sundar kavita..achhi lagi.Happy Rakhi.पाखी की दुनिया में देखें-मेरी बोटिंग-ट्रिप !!
sundaratisundar............sajili,sanvariliutkrisht kavita______________abhinandan !
बहुत सुन्दर प्रेम कविता है.. गुलज़ार साहब ने भी लिखा है मेरी आवाज़ ही पहचान है ..
... छोटी पर सुन्दर कविता |
बहुत हल्के से छू दिया आपने मर्म को --नाजुक कविता का उदाहरण ---बहुत खूब
सुन्दर भावपूर्ण.
रूठने वालों ..अब मना भी लो ..बहुत सुन्दर ..!!
bada pyaara nimantran, bhavpurna. sunder rachna ke liye badhaai om ji,
boht sunder ek baar mnane ki chaht...so baar agar tum rootth gye,hum tumko mna hi lete the,ek baar agar hum rotth gye tum humko mnaana kya jano.....
नाजुक एहसास की सुंदर और भावपूर्ण प्रस्तुती...regards
सुन्दर कविता belated happy friendship day :)
लाजवाब, कितना सार्थक लिखा है,भावपूर्ण......... लाजवाब प्रेम कविता .....बहुत अच्छा लिखा है.
दिल को छूती बहुत सुन्दर और प्यारी सी अभिव्यक्ति गागर मे सागर है शुभकामनायें
वाह-वाह, लाजवाब रचना। लाजवाब लिखते है भाई।
चुप बैठे हैं सारे गीत, बहुत ही सुन्दर भाव लिये बेहतरीन प्रस्तुति ।
वाह बहुत सुंदर! बड़े ही नाज़ुक शब्दों में आपने इतने ख़ूबसूरत रूप से प्रस्तुत किया है की जवाब नहीं!
waah .............bahut khoob bhav.
ab to unhe manaanaa hi chaahiye.-Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
khoooooooob...!
aa bhi jao,soye lamhon ko jaga jao............
bahut uumda hai jii badiya
अरे!!!क्या लिख देते हैं आप!!!
"सजायी स्वरलिपियाँ / पर बोल बजे नहीं "खूबसूरत प्रयोग शब्दों का । लघु पर पर्याप्त रचना ।
om ji bahut he uttam likha hai aapne, main aapka follower ban gaya hoon so aata rahunga.aap mujhe apna email address de dijiye....shukriya....
बहुत ही सुन्दर रचनात्मक भाव---'विज्ञान' पर पढ़िए: शैवाल ही भविष्य का ईंधन है!
kayaa khubsoorat shikvaa shikaayat bharaa moun aagrah.badhaai.angrezi-vichar.blogspot.comjhalli-kalam-se
आह ! कितना निर्दयी है वो जो आपको नहीं मन रहा...बहुत सुंदर
bhai vaah...mai to yahi sochta hun ki, sadhe hue kuchh shabdon me kaise laate hain itne gahre vichar...
bahut badhiya likha hai .
एक प्यारा मनुहार .......यही तो आपकी रचना की खुबसूरती है ....
tum aakar manaa lo na.......bahut hi behtarreen........speechless.......
बोल दीजियेगा गीतार लेकर आयें..शायद उसके धून पर बांछे खिल जाएँ..
Ati Sunder Rachna Sir Jee
अति सुन्दर
"AANE SE UNKE AAYE BAHAAR".......... SWAR BHI TO UNKE AANE SE HI AATE HAIN......... LAJAWAAB, MOHAK LIKHA HAI...
कत्ल कहीं हुआ अफवाह ये सुनी मालूम हुआ मेरा दिल हलाल हुआ है ये पंक्तियाँ तो सबसे ज्यादा कातिल हैं...बधाई...
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37 comments:
Bahut sundar kavita..achhi lagi.
Happy Rakhi.
पाखी की दुनिया में देखें-मेरी बोटिंग-ट्रिप !!
sundar
atisundar............
sajili,
sanvarili
utkrisht kavita
______________abhinandan !
बहुत सुन्दर प्रेम कविता है.. गुलज़ार साहब ने भी लिखा है मेरी आवाज़ ही पहचान है ..
... छोटी पर सुन्दर कविता |
बहुत हल्के से छू दिया आपने मर्म को --
नाजुक कविता का उदाहरण ---
बहुत खूब
सुन्दर भावपूर्ण.
रूठने वालों ..अब मना भी लो ..
बहुत सुन्दर ..!!
bada pyaara nimantran, bhavpurna.
sunder rachna ke liye badhaai om ji,
boht sunder ek baar mnane ki chaht...so baar agar tum rootth gye,hum tumko mna hi lete the,ek baar agar hum rotth gye tum humko mnaana kya jano.....
नाजुक एहसास की सुंदर और भावपूर्ण प्रस्तुती...
regards
सुन्दर कविता
belated happy friendship day :)
लाजवाब, कितना सार्थक लिखा है,भावपूर्ण.
........ लाजवाब प्रेम कविता .....बहुत अच्छा लिखा है.
दिल को छूती बहुत सुन्दर और प्यारी सी अभिव्यक्ति गागर मे सागर है शुभकामनायें
वाह-वाह, लाजवाब रचना। लाजवाब लिखते है भाई।
चुप बैठे हैं सारे गीत, बहुत ही सुन्दर भाव लिये बेहतरीन प्रस्तुति ।
वाह बहुत सुंदर! बड़े ही नाज़ुक शब्दों में आपने इतने ख़ूबसूरत रूप से प्रस्तुत किया है की जवाब नहीं!
waah .............bahut khoob bhav.
ab to unhe manaanaa hi chaahiye.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
khoooooooob...!
aa bhi jao,soye lamhon ko jaga jao............
bahut uumda hai jii badiya
अरे!!!क्या लिख देते हैं आप!!!
"सजायी स्वरलिपियाँ / पर बोल बजे नहीं "
खूबसूरत प्रयोग शब्दों का । लघु पर पर्याप्त रचना ।
om ji bahut he uttam likha hai aapne, main aapka follower ban gaya hoon so aata rahunga.
aap mujhe apna email address de dijiye....
shukriya....
बहुत ही सुन्दर रचनात्मक भाव
---
'विज्ञान' पर पढ़िए: शैवाल ही भविष्य का ईंधन है!
kayaa khubsoorat shikvaa shikaayat bharaa moun aagrah.badhaai.
angrezi-vichar.blogspot.com
jhalli-kalam-se
आह ! कितना निर्दयी है वो जो आपको नहीं मन रहा...बहुत सुंदर
bhai vaah...
mai to yahi sochta hun ki, sadhe hue kuchh shabdon me kaise laate hain itne gahre vichar...
bahut badhiya likha hai .
एक प्यारा मनुहार .......यही तो आपकी रचना की खुबसूरती है ....
tum aakar manaa lo na.......
bahut hi behtarreen........
speechless.......
बोल दीजियेगा गीतार लेकर आयें..शायद उसके धून पर बांछे खिल जाएँ..
Ati Sunder Rachna Sir Jee
अति सुन्दर
"AANE SE UNKE AAYE BAHAAR".......... SWAR BHI TO UNKE AANE SE HI AATE HAIN......... LAJAWAAB, MOHAK LIKHA HAI...
कत्ल कहीं हुआ अफवाह ये सुनी
मालूम हुआ मेरा दिल हलाल हुआ है
ये पंक्तियाँ तो सबसे ज्यादा कातिल हैं...
बधाई...
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