कविता...तेरे शहर में फिर आसरा ढूंढने निकला हूँ!
तोड़ना
जानती थी तुम
मैं अभिमन्यु था...मारा गया
ओम आर्या जी ,तीन पंक्तियों में आपने एक पूरे संसार को समेट दिया है..बहत खूब...
मौन के खाली घर में शोर मचाते आपके ये शब्द...बेहद खूबसूरत। मोहब्बत के दायरे में मौजूद हर संभावना आपने कह डाली है आपने इन चंद अल्फाज में।
मौन के खाली घर में ओम आर्य के शब्दों की खलबली...एक शानदार अभिव्यक्ति...गागर में सागर में आपने भर दिया।
W A A H !W A A H !W A A H !
om jiitne gahre bhav kahan se late hain........chand panktiyon mein hi sab kuch simat gaya......waah! lajawaab
ek aisa chakrview jisme jaana aasaan hai...nikalna namumkin.....kavita lajwab awesome....
बहुत खूब........
बिलकुल तथस्थ बहुत खूब... यह चार लाइंस बहस और सोचना का कारन बन सकती हैं... खुद को अभिमन्यु बताया... और शहीद भी... है इसी में प्यार की आबरू... वोह जफा करें मैं वफ़ा करूँ...
chand panktiyon mein gajab ki bhawna...
Bahut Bhavpurn..sundar..
चंद पंक्तियों में बहुत खूबसूरत बात कह दी आपने ...प्रेम के चक्रव्यूह को तोड़ दिया ..
ओम आर्या जी ,तीन पंक्तियों में आपने एक पूरे संसार को समेट दिया है
वाह, वाह! चार लाइना तो ख़ूब है---मानव मस्तिष्क पढ़ना संभव
Chand alfazon me sara jahana samet liya!
शोर मचा रहे हैं दिमाग में आपकी ये चार पंक्तियां!!कैसा कमाल करते हैं आप!
kam shabdon mein gahri baat
कम शब्दों में बहुत कह देने की कला है आप में, वो भी इतनी खूबसूरती से कि मज़ा आ गया . कुछ इस तरह कि -'आहघुटन नेघुटने टेक दिएलो मैंटूट गया !'० राकेश 'सोहम'
kamaal kar diya ek baar phir se OM ji....
वाह ! बहुत सुंदर
kya kahun ab.......???????????kamaalkar diyaaapne........
कम शब्दों में बेहतरीन अभिव्यक्ति. आभार.
ch ch ch !!:((abla purush teri yahi kahani)
char pankthiyon mein itne gehari baat keh gaye? atisundar.
कम शब्दों में बहुत खुब अभिव्यक्ति...
very beautiful! मैं अभिमन्यु था...मारा गयाsuch a nice post! Bravo!
ओम भाई अभिमन्यु प्रेम में मारा गया ! निशब्द हूँ ,मरने के बाद कोई क्या बोले ?
मैं अभिमन्यु था...मारा गयाKAMAAL ........ SIPLY GREAT OM JI ...... 4 LAAINO KE AAGE KUCH KAHNA VYARTH HAI .......
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27 comments:
ओम आर्या जी ,तीन पंक्तियों में आपने एक पूरे संसार को समेट दिया है..बहत खूब...
मौन के खाली घर में शोर मचाते आपके ये शब्द...बेहद खूबसूरत। मोहब्बत के दायरे में मौजूद हर संभावना आपने कह डाली है आपने इन चंद अल्फाज में।
मौन के खाली घर में ओम आर्य के शब्दों की खलबली...एक शानदार अभिव्यक्ति...गागर में सागर में आपने भर दिया।
W A A H !
W A A H !
W A A H !
om ji
itne gahre bhav kahan se late hain........chand panktiyon mein hi sab kuch simat gaya......waah!
lajawaab
ek aisa chakrview jisme jaana aasaan hai...nikalna namumkin.....kavita lajwab awesome....
बहुत खूब........
बिलकुल तथस्थ बहुत खूब... यह चार लाइंस बहस और सोचना का कारन बन सकती हैं... खुद को अभिमन्यु बताया... और शहीद भी...
है इसी में प्यार की आबरू... वोह जफा करें मैं वफ़ा करूँ...
chand panktiyon mein gajab ki bhawna...
Bahut Bhavpurn..sundar..
चंद पंक्तियों में बहुत खूबसूरत बात कह दी आपने ...प्रेम के चक्रव्यूह को तोड़ दिया ..
ओम आर्या जी ,तीन पंक्तियों में आपने एक पूरे संसार को समेट दिया है
वाह, वाह! चार लाइना तो ख़ूब है
---
मानव मस्तिष्क पढ़ना संभव
Chand alfazon me sara jahana samet liya!
शोर मचा रहे हैं दिमाग में आपकी ये चार पंक्तियां!!कैसा कमाल करते हैं आप!
kam shabdon mein gahri baat
कम शब्दों में बहुत कह देने की कला है आप में, वो भी इतनी खूबसूरती से कि मज़ा आ गया . कुछ इस तरह कि -
'आह
घुटन ने
घुटने
टेक दिए
लो मैं
टूट गया !'
० राकेश 'सोहम'
kamaal kar diya ek baar phir se OM ji....
वाह ! बहुत सुंदर
kya kahun ab.......???????????
kamaal
kar
diya
aapne........
कम शब्दों में बेहतरीन अभिव्यक्ति. आभार.
ch ch ch !!
:(
(abla purush teri yahi kahani)
char pankthiyon mein itne gehari baat keh gaye? atisundar.
कम शब्दों में बहुत खुब अभिव्यक्ति...
very beautiful!
मैं अभिमन्यु था...मारा गया
such a nice post! Bravo!
ओम भाई अभिमन्यु प्रेम में मारा गया ! निशब्द हूँ ,मरने के बाद कोई क्या बोले ?
मैं अभिमन्यु था...मारा गया
KAMAAL ........ SIPLY GREAT OM JI ...... 4 LAAINO KE AAGE KUCH KAHNA VYARTH HAI .......
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