तुम्हारी जुगलबंदी में
अक्सर बन जाती है कोई धुन
तुम्हारे साथ होना
मध्य रात्रि से थोड़ा पहले,
जब सारे स्वर शांत हो गए होते हैं,
राग मालकौंस के साथ होने जैसा है
तुम्हारे विशाल आगोश में
एक मुलायम धुन बहती है
और उसपे बहता है मेरा नाजुक सा एक ख्याल
तुम्हें जब से सुना है
तब से ,
तुम्हें छोड़ कर
कुछ भी सुनना व्यर्थ लगता है
तुम्ही तो हो सबकुछ मेरे अब
ओ मेरी तन्हाई
मेरे अकेलेपन , खालीपन
मेरा सन्नाटा।
आओ अपनी बाजुओं में फ़िर से ले लो मुझे
ठहाका
पे पढ़े जा सकते हैं. ये ब्लॉग उन्ही का बनाया हुआ है, उन्ही ने आप तक मुझे पहुँचाया है और मुझे भी आप तकपहुँचने का रास्ता बताया है।
इन सबके पहले मुझे ये बता देना जरूरी लगता है कि मेरे पिताजी भी लिखते थे (अब नही लिखते), निश्चय ही इस बीज की सम्भावना वहीँ से आई है।
मैं यह भूमिका इसलिए पेश कर रहा हूँ क्यों कि मुझे आप सबसे लगातार मिलते रहने वाले हौसले के लिए और आप सबकी रचनाओं के लिए-जो मेरे पौध के लिए खाद का काम करती हैं-आप सब का शुक्रिया अदा करना है। मगर आप ये मत मान लेना कि ये किसी तरह कि कर्ज अदायगी है। कर्ज तो रहेगा हीं आपका।
आभार !
आप सबका
सैयद, वंदना समीर सृज़न डॉ अनुराग रंजना MUFLIS महावीर रंजना [रंजू भाटिया] विवेक विनय Harkirat Haqeer Parul
MANVINDER भिम्बर मीत परमजीत बाली हिमांशु अनिल कान्त Udan Tashtari इष्ट देव सांकृत्यायन संगीता पुरी कंचन सिंह चौहान महाशक्ति नीरज गोस्वामी pallavi trivedi
और भी कुछ लोग हैं जिनका जिक्र यहाँ नही हो पाया है पर वो हैं और रहेंगे मेरे हौसले का हिस्सा बनकर.
पे पढ़े जा सकते हैं. ये ब्लॉग उन्ही का बनाया हुआ है, उन्ही ने आप तक मुझे पहुँचाया है और मुझे भी आप तकपहुँचने का रास्ता बताया है।
इन सबके पहले मुझे ये बता देना जरूरी लगता है कि मेरे पिताजी भी लिखते थे (अब नही लिखते), निश्चय ही इस बीज की सम्भावना वहीँ से आई है।
मैं यह भूमिका इसलिए पेश कर रहा हूँ क्यों कि मुझे आप सबसे लगातार मिलते रहने वाले हौसले के लिए और आप सबकी रचनाओं के लिए-जो मेरे पौध के लिए खाद का काम करती हैं-आप सब का शुक्रिया अदा करना है। मगर आप ये मत मान लेना कि ये किसी तरह कि कर्ज अदायगी है। कर्ज तो रहेगा हीं आपका।
आभार !
आप सबका
सैयद, वंदना समीर सृज़न डॉ अनुराग रंजना MUFLIS महावीर रंजना [रंजू भाटिया] विवेक विनय Harkirat Haqeer Parul
MANVINDER भिम्बर मीत परमजीत बाली हिमांशु अनिल कान्त Udan Tashtari इष्ट देव सांकृत्यायन संगीता पुरी कंचन सिंह चौहान महाशक्ति नीरज गोस्वामी pallavi trivedi
और भी कुछ लोग हैं जिनका जिक्र यहाँ नही हो पाया है पर वो हैं और रहेंगे मेरे हौसले का हिस्सा बनकर.