Monday, September 28, 2009

दर्द की जो शक्ल है!

[गौतम राजरिशी, अनुराग जी से पता चला कि......, दुआ है जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएँ ]

दर्द की जो शक्ल है
ठीक दिखाई पड़ती
तो पास बुलाता उसको
और कहता-

ठिकाना बदलना था
तो मेरे यार का घर हीं दिखा तुझको...

फिर चूमता उसको
या कान पकड़ता
और कहता
आ जा, इससे अच्छा तो मेरे घर हीं रह ले।

18 comments:

विवेक said...

वाह...क्या खूबसूरत तरीके से बात कही है...

Meenu Khare said...

भई वाह ! क्या बात है ओम जी. हर विषय पर आप अद्वितीय लिख सकते हैं.

Meenu Khare said...

गौतम जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना हम सबकी तरफ़ से.

M VERMA said...

गौतम राजरिशि जी के स्वास्थ्य लाभ की कामना.
बेहतरीन ढंग से आपने अपने ज़ज्बात को व्यक्त किया है.

Yogesh Verma Swapn said...

om ji dard ko bahut khoob abhivyakt kar aamantrit kiya hai.


gautam rajrishi? kya baat hai ? jaanna chahunga, sheeghra batayen. pl.

Anonymous said...

कुछ हटकर सोच . रचना भावप्रधान लगी . काश दर्द की अपनी कोई शक्ल होती ? तो दर्द की नज्म जल्दी पकड़ में आ जाती . बेहतरीन लिखते रहिये ओंम जी .

Chandan Kumar Jha said...

संवेदनाओ को समेटे सुन्दर रचना । आभार ।

sandhya said...

ठिकाना बदलना था
तो मेरे यार का घर हीं दिखा तुझको...


एक और बेहतरीन और नये अर्थ जगाती रचना..बधाई..यह पंक्तियाँ खास लगीं

Mithilesh dubey said...

अन्दाजे बयां लाजवाब।

वन्दना अवस्थी दुबे said...

एक दोस्त के लिये इससे अच्छी दुआएं और क्या हो सकती हैं!!
दशहरे की शुभकामनायें.

अपूर्व said...

गौतम साहब के लिये हमारी भे दुआएं हैं..आपकी यह अद्भुत और निष्कलुष अभिव्यक्ति दिल को छू लेने वाली लगी..
और कहूँगा कि मेरा घर भी खाली है अभी
आ जा, इससे अच्छा तो मेरे घर हीं रह ले।

दर्पण साह said...

Om ji apna e mail id forward karein....

दर्पण साह said...

darpansah@yahoo.com

vandana gupta said...

behtreen bhav.

डॉ .अनुराग said...

शुक्रिया ओम जी इस दर्द को लफ्ज़ देने के लिए ...

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

bilkul naye andaz mein aapne baat kahi hai....

GET WELL SOON GAUTAMJI..

डिम्पल मल्होत्रा said...

फिर चूमता उसको
या कान पकड़ता
और कहता
आ जा, इससे अच्छा तो मेरे घर हीं रह ले। ..dil wohi hota hai jisme zmane ka dard ho....mujhe bhi anurag ji ki post se gautam ji ke bare me pata chal.fir unke blog pe ja ke unki posts padhi..may god bless him...

चन्दन कुमार said...

bahut behtarin om bhai